तू आज जी ले,
कल शायद ना हो।।।
तमाम कोशिश कर
कल शायद ना हो।।।
तू दिल की बात करता है
आ तुझे दिल ही दिखा दे।।।
तू देश की बात करता है
आ तुझे अमन सीखा दे।।।
वो निर्भया थी , जो लड़ी थी
आज स्त्री घबराती है , आ तुझे दिखा दे।।
कल की क्या बात करे
तुझे आज का ही देश दिखाते है।।
तू आज जी ले
कल शायद ना हो।।
तू नहीं ये देश ना हो
समझ है तुझमें तो तू आज जी ले।।।
एक ज़माना वो भी था। जहां हिंदू , मुस्लिम
रहते थे, वन्दे मातरम् कहते थे।।।
आज भी रहते हैं
पर आपस में ही लड़ते हैं।।।
हमने इतिहास पढ़ा है
आने वाली पीढ़ी क्या पढ़ेगी?
तू समझदार हैं,
समझ ही लेगा।।।
तू आज जी ले
कल शायद ना हो।।
– तू नहीं ये देश ना हो –
Shubhi Jaiswar